Lok Sabha election 2024 कई बार चुनावों में ऐसे संयोग बन जाते हैं जो आगे चलकर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाते हैं। 1984 के आम चुनाव में भी ऐसा ही कुछ हुआ जब तीन बड़े नेता अपनी-अपनी सीटों से चुनाव हार गए। संयोगवश आगे चलकर ये तीनों नेता 12 साल के भीतर देश के प्रधानमंत्री बने। पढ़ें ये रोचक चुनावी किस्सा।
नई दिल्ली। Lok Sabha Election 2024: 1984 का आम चुनाव कांग्रेस की प्रचंड जीत के लिए जाना जाता है। इस चुनाव में तीन राष्ट्रीय नेता चंद्रशेखर, अटल बिहारी वाजपेयी और नरसिंह राव हार गए। दिलचस्प बात यह है कि ये तीनों नेता चुनाव हारने के 12 वर्ष के अंदर देश के प्रधानमंत्री बने।
चंद्रशेखर इस चुनाव में अपनी परंपरागत सीट बलिया से मैदान में उतरे, लेकिन उन्हें निराशा ही मिली। कांग्रेस के जगन्नाथ चौधरी ने उनको आसान मुकाबले में 53,940 मतों के अंतर से हरा दिया। चंद्रशेखर ने जनता पार्टी से चुनाव (Lok Sabha Election) लड़ा था। बाद में वह 1990 में देश के प्रधानमंत्री बने। सिर्फ विपक्षी दलों के बड़े नेताओं को ही इस चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ा था।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और गृह मंत्री रहे पीवी नरसिंह राव को भी हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा पहली बार दक्षिण में लोस चुनाव लड़ रही थी और उसके प्रत्याशी सी जंगा रेड्डी ने राव को 54,198 मतों के अंतर से हरा दिया। सी जंगा रेड्डी दक्षिण भारत से सांसद बनने वाले भाजपा के पहले नेता थे।