सनातन धर्म मे जीवन मूल्य विषय पर प्रवचन का हुआ आयोजन ।
संकल्प मजबूत हो तो शून्य से शिखर तक पहुंचा जा सकता है: पंडित श्याम मनावत
सनातन धर्म में जीवन मूल्य विषय पर प्रवचन का हुआ आयोजन
बैतूल। श्री अग्रसेन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के सौजन्य से शुक्रवार 22 मार्च को तीर्थ यात्रा समिति बैतूल द्वारा माइंड्स आई इंटरनेशनल स्कूल में सनातन धर्म में जीवन मूल्य विषय पर प्रवचन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत भारती विद्यालय प्रमुख मोहन नागर एवं राठौर समाज के पूर्व अध्यक्ष अनिल राठौर ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर उज्जैन के महाराज पंडित श्याम जी मनावत ने अपने प्रवचन के माध्यम से जीवन में महाकाली, महालक्ष्मी सरस्वती को क्रमशः समय, साधन और समझ का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जिसने समय के महत्व को समझ लिया उसका जीवन धन्य है। वहीं महालक्ष्मी को साधना का प्रतीक बताते हुए कहा कि साधना के लिए संकल्प आवश्यक है और संकल्प मजबूत हो तो शून्य से शिखर तक पहुंचा जा सकता है। गुरुदेव ने मां सरस्वती को समझ का प्रतीक बताते हुए कहा कि मनुष्य को जीवन में किसी भी परिस्थिति में कोई भी निर्णय अपनी समझ के आधार पर ही लेना चाहिए। उन्होंने समय को ही शक्ति का सच्चा उपासक बताया, जिन्होंने समय-समझ और साधन के मूल्य को पहचान लिया हो। गुरुदेव ने अपने प्रवचन में गुरु के स्थान को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि व्यक्ति के सद्गुणों पर हमेशा गुरु का अधिकार होता है। हम इसके लिए सदा गुरुओं के ऋणी रहते हैं। पांच तत्वों के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मनुष्य प्रकृति से दूर होते जा रहा है। प्रकृति के महत्व को समझाते हुए उन्होंने मनुष्य को भी सरल सहज एवं प्राकृतिक बनने की प्रेरणा दी। प्रवचन में काफी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अंत में अनिल राठौर ने सभी का आभार व्यक्त किया।